Top 2024 new SMS shayari
कल मिला वक्त से ज़ुफैन तेरी सुलझा दूंगा
आज उल्झा हूं जरा वक्त को सुलझने में
यूं तो सुलभ जीते हैं उल्झी जुल्फैन
उमर काट जाती है वक्त को सुलझने में।
आज जो उठे हाथ दुआ की खातिर
बंद हूँटों ने आपका नाम लिए
जो देना चाहे खुदा ने मुझे कुछ
वह सब में नए एप्प क लिए मांग लिया…
आज मंज़िल पे खड़ा है वह नै शान क साथ,
तुम हंसते थे जिसे रास्ते में गिरा क लोगो…
तोह लगा की मेरे बहुत पास है वह.
हो गयी नाम यह आँखें जब होश आया,
और पाया कि कभी ना पूरी होने वाली ास है वह.…
आज दूर से ही कोई सलाम कर गया,
अपनी यादों का गुलाम कर गया ,
अपनी ज़िंगगी गिरवी रखी थी जिसके पास,
आज वही हमे नीलाम कर गए……..
आजा मेरी लाश तेरी गलियों से गुजर रही है…
देखो मरने के बाद भी हम ने रास्ता नहीं बदला …
आपकी याद न आए तो हम बेवफा,
आप बुलाओ और ना आए तो हम बेवफा,
हमें मारने के लिए खंजर की ज़रुरत नहीं,
एक बार नज़र फेर लो, न मर जाए तो हम बेवफा।
आपके पास दोस्तों का खजाना है
पर ये दोस्त आपका पुराण है
इस दोस्त को भुला ना देना कब…
कुकी ये दोस्त आपकी दोस्ती का दीवाना है…
आप तो मंजिल को मुश्किल समाजते हैं,
हम आप को मंजिल समाज वह,
बड़ा फ़र्क वह आपके या हमारे नज़रिये में
आप हमें सपना या हम आप को अपना समाजते हैं।
आप मुझसे अब दूर कहां जाएंगे,
उसका ढकन में दिल की आप मुझे मिलेंगे,
सोचेंगे जब भी हमारे बारे में,
हमें खुद के करीब पायेंगे,
ख्याल चुनेंगे जब भी हमारे आपको तनहायेंगे मैं,
आप अपने लबो को मुस्काना पायेंगे 1